बिहार के पूर्व CM लालू यादव के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट; लोकसभा चुनाव से पहले मुश्किलों में घिरे, 1995 के इस मामले में अब एक्शन
Gwalior MP-MLA Court Issued Arrest Warrant Against Lalu Yadav
Lalu Yadav Arrest Warrant: आगामी लोकसभा चुनाव-2024 से पहले बिहार के पूर्व CM और राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के प्रमुख लालू प्रसाद यादव की मुश्किलें बढ़ गईं हैं। ग्वालियर की एमपी-एमएलए कोर्ट ने लालू के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। कोर्ट का यह एक्शन आर्म्स एक्ट के एक मामले में है। यह मामला 1995-97 का बताया जा रहा है।
लालू यादव पर आरोप है कि उनके द्वारा फर्जी तरीके से हथियारों की सप्लाई ली गई। मामला सामने आने के बाद जब पुलिस ने जांच की तो लालू प्रसाद यादव का नाम सामने आया। इसके बाद लालू को फरार घोषित कर दिया गया। बताया जाता है कि पहले यह स्पष्ट नहीं हो सका कि लालू प्रसाद कोई और बल्कि बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री ही हैं। बाद में जानकारी होने के बाद मामले को एमपी-एमएलए कोर्ट में ट्रान्सफर किया गया।
फर्जी दस्तावेजों के आधार पर खरीदे हथियार
ADPO अभिषेक मल्होत्रा ने बताया कि न्यायिक मजिस्ट्रेट MP-MLA ग्वालियर द्वारा लालू प्रसाद यादव के खिलाफ स्थायी गिरफ्तारी वारंट के आदेश जारी किए गए हैं। मामला साल 1995-97 का है जिसमें फार्म-16 फर्जी दस्तावेजों के आधार पर आर्म्स डीलर से हथियार खरीदे गए थे और सप्लाई की गई। लालू समेत कुल 23 आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र पेश किए गए थे। आरोपी लालू प्रसाद यादव को फरार घोषित किया गया था।
स्पष्ट होने के बाद लालू के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी हुआ
बताया जा रहा है कि, 1995-97 में फर्जी दस्तावेजों के जरिए कुल तीन फर्मों से हथियार और कारतूस खरीदे गए थे। इस मामले में लालू प्रसाद समेत कुल 23 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट पेश की थी गई थी। इन आरोपियों में से दो की मौत हो चुकी है जबकि 14 फरार है। वहीं लालू प्रसाद का मामला एमपी-एमएलए कोर्ट में ट्रांसफर कर दिया गया था। कोर्ट जब इस बात को लेकर आश्वस्त हो गई कि संबंधित शख्स लालू प्रसाद यादव बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री है, तब उनके गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया है।